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विज्ञान के नवाचार बढाने हेतु प्लाज्मा प्रदर्शनी 15 से 19 तक

13/04/2024 - उदयपुर। उच्च तकनीक उद्योग जैसे उच्च तापमान वाले फिल्म, सेमीकंडक्टर्स, कम्प्यूटर चिप्स उत्पादन, स्वास्थ्य सेवाओं में स्टेरिलाइजेशन, जीव विज्ञान क्लिनीकल चिकित्सा के क्षैत्र में नवीन सम्भावना एवम् उपयोगिता हेतु प्लाज्मा पद्धति की अहम भूमिका हैं। कहा जाता है कि प्रगति का आधार विज्ञान आधारित शोध हैं और युवाओं में विज्ञान के प्रति रूचि बढाने एवं विज्ञान आधारित तकनीकों से अवगत कराने हेतु गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर एवं इंस्टिट्यूट ऑफ प्लाज्मा रिसर्च के संयुक्त तत्वाधान में 5 दिवसीय प्लाज्मा प्रदर्शनी का आयोजन 15 अप्रेल से 19 अप्रेल तक गिट्स प्रांगण में किया जा रहा हैं।
संस्थान निदेशक डॉ. एन. एस. राठौड़ ने प्लाज्मा रिसर्च के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास वहां के तकनीकी विकास के साथ जुडा हुआ हैं। विज्ञान के पथ पर कोई भी देश तभी आगे बढ़ सकता है। जब वहां के युवाओं में रिसर्च आधारित वातावरण बने और उच्च शिक्षा के स्तर पर शोध तथा अनुसंधान के पर्याप्त साधन उपलब्ध हो। उभरते परिदृश्य और प्रतिस्पर्धा के माहौल में विज्ञान के विकास को सबसे शक्तिशाली माध्यम के रूप में मान्यता मिल रही हैं। इसी के तहत 05 दिन तक चलने वाले इस प्लाज्मा प्रदर्शनी में प्लाज्मा के विभिन्न आयामों और उसके उपयोगों के बारे में राजस्थान के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों व शिक्षकों को अवगत कराया जायेगा जिसके तहत 25 प्लाज्मा प्रौद्योगिकी के नवीनतम मोहक प्रदर्शन होंगे। प्लाज्मा उच्च तकनीक उद्योग जैसे उच्च तापमान वाले फिल्म, सेमीकंडक्टर्स, कम्प्यूटर चिप्स आदि उत्पादन करके टेक सेक्टर में नवाचार को बढावा देता हैं। प्लाज्मा स्वास्थ्य सेवाओं में स्टेरिलाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। प्लाज्मा चिकित्सा जगत में विज्ञान तथा जीव विज्ञान क्लिनीकल चिकित्सा के साथ जोडता हैं, जो छात्रों को विभिन्न विषयों में सक्रिय होने की सम्भावना प्रदान करता हैं। प्रदर्शनी के अतिरिक्त विज्ञान शिक्षकों के लिए 04 घण्टे का प्लाज्मा प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा हैं, जो शिक्षकों को अपने स्कूल के पाठ्यक्रम में प्लाज्मा के अवसरों को सही ढंग से एकीकृत करने की क्षमता प्रदान करेगा। प्लाज्मा अनुप्रयोगों को सही ढंग से समझाने की क्षमता प्रदान करेगा। प्लाज्मा को और अच्छे ढंग से समझाने के लिए भारत सरकार के इंस्टिट्यूट ऑफ प्लाज्मा रिसर्च के 7 वैज्ञानिक आउटरिच डिविजन के हेड डॉ. ए.वी. रविकुमार, सांइटिफिक ऑफिसर, चेतन झरीवाला, हर्षिता मच्छर, रमेश बाबु गट्टु, नरेन्द्र सिंह चौहान, आनन्द कुमार, राहुल विश्वकर्मा प्रदर्शनी में शिरकत कर रहे हैं।


By : Meena Bapna

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