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भावी पीढ़ी और आधे आसमाँ के लिए हो रहा है सुकून भरा बहुत कुछ
01/12/2017 - भीलवाड़ा,महिलाओं और बच्चों के विकास तथा बहुआयामी उत्थान की दिशा में राजस्थान प्रदेश में व्यापक पैमाने पर कई प्रकार की गतिविधियों का संचालन हो रहा है।राज्य सरकार ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता देते हुए खूब सारे कार्यक्रमों, योजनाओं, अभियानों और नवाचारों का बेहतर क्रियान्वयन किया है और इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल और मंशा के अनुरूप प्रदेश में महिला एवं बाल विकास से संबंधित गतिविधियों के प्रभावी संचालन और सभी जरूरतमन्द महिलाओं के कल्याण तथा बच्चों के भविष्य को सँवारने की दिशा में जो अनथक प्रयास हो रहे हैं उन्हीं का परिणाम है कि प्रदेश में महिला और बाल विकास का क्षेत्र निरन्तर नई उपलब्धियां छूता जा रहा है।प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा इससे जुड़ी हुई संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों और इस क्षेत्र में कार्यरत अनुभवियों के सहयोग, समन्वय और साझे प्रयासों से बेहतर माहौल है और महिलाओं तथा बच्चों के सर्वांगीण उत्थान की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्घियां हासिल होती जा रही हैं। भीलवाड़ा जिले का यह सौभाग्य ही है कि प्रदेश की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल इस जिले की प्रभारी मंत्री हैं और इस वजह से उनका सतत मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त होता रहा है जिससे महिला एवं बाल विकास कार्यों को खासा सम्बल प्राप्त हो रहा है।भीलवाड़ा जिले में वर्तमान राज्य सरकार के विगत 4 वर्ष के कार्यकाल में ढेरों उपलब्धियां हासिल की गई हैं जिनकी बदौलत बच्चों और महिलाओं के कल्याण का सुनहरा दौर परवान पर हैं।महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत भीलवाड़ा जिले में गत 4 वर्ष में 11137.255 लाख रुपए व्यय किए गए। जिले में पूरक पोषाहार योजना में 107810897 लाभार्थियों को पूरक पोषाहार से लाभान्वित किया गया। इस पर 6390.06 लाख रुपए व्यय हुए।जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गत 4 वर्ष में शाला पूर्व शिक्षा के तहत 3 से 6 वर्ष के 1342004 बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा प्रदान की गई। इस पर 20.46 लाख रुपए व्यय हुए।शिशु पालना गृह योजना में जिले में दो स्थानों भीलवाड़ा शहर एवं माण्डलगढ़ में कामकाजी महिलाओं के बच्चों को रखने के लिए भीलवाड़ा शहर एवं माण्डलगढ़ में शिशु पालना गृह प्रार
By : Suresh lakhan