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ह्रदय रोग कारण एवं सावधानियां पर संगोष्ठी का आयोजन
27/12/2017 - उदयपुर। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा महाप्रज्ञ विहार में ‘ह्रदय रोग कारण एवं सावधानियां विषय पर आयोजित संगोष्ठी में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. के. कौशिक ने कहा कि भारतीयों की दिनचर्या एवं आहार-विहार में बदलाव होने से ह्रदय एवं मधुमेह रोग तेजी से फैल रहा है। यही स्थिति बनी रही तो वर्ष 2025 तक भारत इन रोगों की राजधानी बन जायेगा। आज भी ह्रदय रोग से पीडि़त सर्वाधिक व्यक्ति भारत में हैं। डॉ. कौशिक ने इस रोग की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अमेरिका जैसे विकसित देश में जहां प्राथमिक उपचार चार-पांच मिनिट में उपलब्ध हो जाता है, इसके बावजूद भी 40 प्रतिशत मरीजों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मृत्यु हो जाती है। भारत में तो इसकी भयावहता का अनुमान लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कुछ सावधानियां बरतने पर काफी हद तक इस रोग पर अंकुश लगाया जा सकता है। समय-समय पर ब्लड प्रेशर, कोलोस्ट्रोल, ब्लड शुगर, यूरिया आदि की जांच करवाकर चिकित्सकों से परामर्श लेना चाहिये। डॉ. कौशिक ने संतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं तनाव मुक्त रहकर मस्ती से जीवन जीने का सुझाव दिया। संगोष्ठी के प्रारंभ में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष निर्मल धाकड़ ने आगन्तुकों का स्वागत किया। बी.पी. जैन ने टीपीएफ द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. आर. एस. नैनावटी ने डॉ. कौशिक का परिचय दिया। संचालन मनीष सोनी ने किया। कार्यक्रम में जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. सुरभि जैन भी उपस्थित थी।
By : Amit Sethia