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पीआईबी की मीडिया कार्यशाला में जनकल्याणकारी योजनाओं पर जोर
22/08/2025 - उदयपुर। सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), जयपुर द्वारा "वार्तालाप" नामक एक क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राजस्थान सरकार के जनजातीय क्षेत्रीय विकास मंत्री, बाबूलाल खराडी और उदयपुर शहर के विधायक ताराचंद जैन ने किया। इस अवसर पर केंद्र सरकार की पिछले 11 वर्षों की उपलब्धियों को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी भी शुरू की गई। कार्यशाला में उदयपुर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से 100 से अधिक प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि, मंत्री बाबूलाल खराडी ने मीडिया से तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग करने का आग्रह किया ताकि समाज में उनकी विश्वसनीयता बनी रहे। उन्होंने पत्रकारों से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने की अपील की, जिससे पात्र व्यक्ति उनका लाभ उठा सकें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की प्रगति पर प्रकाश डाला। वहीं, विधायक ताराचंद जैन ने सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहने की आवश्यकता पर बल दिया और पिछले ग्यारह वर्षों में भारत की आर्थिक मजबूती को रेखांकित किया।
पत्र सूचना कार्यालय, जयपुर की अपर महानिदेशक, ऋतु शुक्ला ने "वार्तालाप" के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका लक्ष्य जिला-स्तरीय पत्रकारों को केंद्र सरकार की योजनाओं और समसामयिक विषयों से अवगत कराना है। उन्होंने मीडियाकर्मियों को प्रेस सेवा पोर्टल, विज्ञापन हेतु टोकन प्रणाली और पत्रकार कल्याण कोष जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही, उन्होंने डिजिटल मीडिया संस्थानों के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ पंजीकरण की अनिवार्यता पर भी जोर दिया।
कार्यशाला के तकनीकी सत्र के दौरान विभिन्न विशेषज्ञों ने कई प्रमुख योजनाओं पर जानकारी साझा की। इनमें प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के तहत रोजगार सृजन, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा उपभोक्ता सशक्तिकरण, और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। वक्ताओं ने वित्तीय लेन-देन में होने वाली धोखाधड़ी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया, ताकि एक सुरक्षित डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण हो सके।
By : Suresh Lakhan